हाथ से हाथ मिलाये देश को संस्कारित बनाये l
वैदिक संस्कृति में मानव जीवन के आरम्भ से अंत तक बहुत सारे संस्कारों को उत्पन्न करना आवश्यक है | मानव में गुणों में वृद्धि और अवगुणों का नाश करने वाली सभी क्रियाओ को ही संस्कार कहते है | विभिन्न संस्कारो को वैदिक मंत्रो द्वारा निर्धारित समय समय पर उत्पन्न किये जाते है |